हृदयाघात - अब घबराने की जरूरत नहीं : डा0 वेद प्रकाश

हृदय में दर्द (हृदयघात)


आजकल हृदय रोग अत्यधिक बढ़ रहे हैं। कारण तनाव ग्रसत जीवनशैली खानपान ।
हृदय की धमनियों में रक्त संचार का रुकावट होने से यह रोग होता है। रक्त अम्लीय होना।
मनुष्य शरीर मे पहला रोग कब्ज  इस का रहना अन्य रोगों का आमंत्रण देना है आर्थत आखरी कर्क(कैंसर) का होना ।


इस रोग को दूर करने के घरेलू व अन्य उपाय:-


*भस्त्रिका,अनुलोम विलोम,कपाल भाती के साथ साथ सुबह शाम की धीमी सैर*


*1. हृदयघात होने पर होमेओपेथी की aconite 200 की 5 5 बूंद 5 5 मिनट के अंतराल पर*


2. आयुर्वेद के यम नियम का पालन करें


*3.कच्ची लौकी (बिना छिलका उतारे)का जूस अदरक,कालीमिर्च एलोवेरा धनिया,पुदीना,तुलसी  पते की चटनी युक्त व हींग जीरा मिलाकर 200ml सुबह खाली पेट इसके सेवन से अंजोपस्टिक व ओपन हार्ट से बच सकते है*


4.इस रोग में लहसुन का उपयोग सर्वोत्तम औषधि है कच्चे या पके 
या 4 5 लहसुन की कली दूध में पकाकर


5. अंगूर का रस पीने से हृदय में होने वाला दर्द दूर होता है


6. गुलकंद खाने से आराम मिलता है


7. अनार के पत्तो की चटनी शहद के साथ चाटने से


8. गाजर का रस या सुप बनाकर पीने से


9. सूखे आंवले का चूर्ण मिश्री के साथ


10. पीपल के पत्ते का रस शहद मिलाकर पानी के साथ


11. आधा चम्मच अर्जुन की छाल का चूर्ण , गुड़ को दूध में उबालकर पीने से रोग दूर होता है या इसकी क्षीर पाक बनाकर


12. सेब का मुरब्बा खाने से


13. अलसी के पत्ते व सूखे धनिया का काढ़ा अतिउपयोगी होता है


14.10 ग्राम देशी गाय का घी बेल के रस के साथ सेवन करने से हृदयघात में आराम मिलता है


15.हृदय का दर्द होने पर अदरक का रस शहद के साथ चाटने से आराम मिलता है


16. गेंहू के ज्वारे ( हरे पत्ते) के रस पीने से इस रोग में बहुत आराम मिलता है


17. मेथी के दाने का पानी पीना खून की अम्लता को कम करता है साथ ही मेथी 48 रोग ठीक  (दर्द हड्डी व मॉस का ,मधुमेह , उच्चरक्तचाप  व अन्य रोगों के लिये )


 


 


सहज सुलभ उपाय ....
होमियोपैथ है  न.........
अर्जुना Q , क्रैटेगस  Q ,ऐपोसाइनम कैनाबिनम  Q. ,पेसीफ्लोरा Q , स्पाइजिलिया  Q. ,एकोनाइट Q. ,एडोनिस वी.  Q , कोका  Q , कॉनेवेलेरिया मैजेलिस  Q ,  फेसियोलस  Q____इन सभी को किसी भी होमियोपैथिक दवा दुकान से 10_10 ml की मात्रा मे लेकर  सभी को एक मे मिलाकर रख लें ! फिर इसमे से १५/१५ बून्द ताजा पानी मे मिलाकर प्रतिदिन तीन_,चार बार दें ! इससे हृदय की समस्त प्रकार की कमजोरी दूर होती है ! सभी ब्लॉकेज,निंद न आना, दिल का अव्यवस्थित रूप से धड़कना आदि दूर हो जाती है ! यह सभी प्रकार के हृदय रोग की अच्छी टॉनिक है !