इसलिए बच्‍चों को दाल का पानी पिलाने की दी जाती है सलाह

इसलिए बच्‍चों को दाल का पानी पिलाने की दी जाती है सलाह


फाइबर से भरपूर


दाल का पानी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मददगार होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में सहायक है। कोलेस्ट्रॉल का लेवल नियंत्रित रहने से दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है। फाइबर से भरपूर चीजें खाने से दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है। 


एनर्जी ड्रिंक व पचने में आसान


बच्चों को आहार में भरपूर मात्रा में प्रोटीन की आवश्यकता होती है जोकि दाल का पानी उस आवश्यकता पूरा करता है।दाल का पानी बहुत जल्दी से पच जाता है जिससे शरीर को तुरंत ताकत मिल जाती है। बच्चों को ऊर्जावान बनाने के लिए भी उन्हें दाल का पानी देने की सलाह दी जाती है। 


दस्त की समस्या सुधारे


बच्‍चे में जितनी बार भी दस्‍त के द्वारा शरीर से तरल पदार्थ की कमी होती है उसकी प्रतिपूर्ति बच्‍चे को अत्‍याधिक मात्रा में सही तरल पदार्थ जैसे मां का दूध, दाल का पानी व चावल का पानी पिलाने की ही सलाह दी जाती है। बच्चे इसे आसानी से पचा लेते है।


दाल का पानी बनाने का तरीका


आप अपने खाने में दाल बना रही हैं तो दाल को नमक और हल्दी पाउडर डाल कर कुकर में पका लीजिये, कुकर खोलिये और बच्चे के लिये इस दाल से थोड़ी सी दाल पानी सहित निकाल लीजिये, बच्चा ज्यादा छोटा है (4-10 माह तक), तब दाल को अच्छी तरह मैस कर लीजिये। मैस्ड दाल में आधा छोटी चम्मच मक्खन मिलाइये, वह दाल बच्चे को पिलाइये। मूंग व मसूर की दाल का पानी पिलाना लाभदायक होता है।