नक्सलियों के खात्मे के लिए 'ऑपरेशन प्रहार' लॉन्च, जंगल में उतरे 1850 जांबाज जवान




रायपुर: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ इस साल का सबसे बड़ा 'ऑपरेशन प्रहार' शुरू हो गया है. छत्तीसगढ़ एसटीएफ-डीआरजी के 1400 और सीआरपीएफ के 450 कोबरा जवान ऑपरेशन प्रहार को अंजाम देंगे. इसके अंतर्गत तेलंगाना से महाराष्ट्र बॉर्डर तक घेराबंदी कर एक साथ सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है.


















तेलंगाना से महाराष्ट्र बॉर्डर तक घेराबंदी
तेलंगाना के किस्ताराम से लेकर छत्तीसगढ़ के पामेड़ के बीच का क्षेत्र नक्सलियों का हॉट बेड माना जाता है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में भी सुरक्षाबल ऑपरेशन प्रहार चला रहे हैं. नक्सलियों के खिलाफ इस बड़े ऑपरेशन की तैयारी करीब महीनेभर पहले से चल रही थी. छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी ने इस सिलसिले में बस्तर जिले के सभी पुलिस अधिक्षकों और सीआरपीएफ अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठक की. 


सीआरपीएफ कोबरा बटालियन शामिल
इसके बाद राज्य एसटीएफ और सीआरपीए की कोबरा बटालियन के साथ मिलकर 'ऑपरेशन प्रहार' की रणनीति बनी. 'ऑपरेशन प्रहार' में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच सीधी मुठभेड़ हो सकती है. इस एंटी नक्सल ऑपरेशन से जुड़े अफसरों के मुताबिक 'ऑपरेशन प्रहार' लॉन्च करने से पहले पर्याप्त सूचनाएं जुटाई गईं. इसके बाद सुरक्षाबलों को जंगलों में रवाना किया गया.