सब्जियों में बहूपयोगी – पत्तागोभी

🌹सब्जियों में बहूपयोगी – पत्तागोभी🌹


🌻पत्तागोभी कफ - पित्तनाशक, वायुवर्धक व ह्रदय के लिए हितकर है | यह ह्रदय की कमजोरी, त्वचारोग, अम्लपित्त, पाचन तथा मूत्र संबंधी तकलीफों में लाभदायी है | भोजन में इसका नियमित प्रयोग वजन कम करने में बहुत कारगर है | विटामिन ‘सी’ व सल्फर प्रचुर मात्रा में होने से यह रोगप्रतिरोधक तंत्र को मजबूत बनाती है |


🌻रेशे अधिक मात्रा में होने से यह कब्जियत में बहुत उपयोगी है | सलाद के रूप में पत्तागोभी को प्रतिदिन कच्चा खाने से पुराने कब्ज से भी छुटकारा मिलता है | पाचनतंत्र की अन्य समस्याओं में भी यह लाभकारी है |


🌻पत्तागोभी में एक ऐसा क्षार – तत्त्व है जो कार्बोहाइड्रेट और शर्करा को वसा में बदलने से रोकता है | इसलिए इसके प्रयोग से मोटापे से बचाव होता है | यह रक्ताल्पता में लाभदायी एवं रक्तशोधक भी है |


🔹पत्तागोभी के फायदे🔹


🌻१] यह सब्जी तंत्रिका – तंत्र व मस्तिष्क को क्रियाशील बनाती है | कैंसर को रोकती है व ठीक करने में मदद करती है |


🌻२] हड्डियों के क्षय व उच्च रक्तचाप से बचाती है | त्वचा व आँखों को स्वस्थ रखती है |


🌻३] ५० ग्राम पत्तागोभी प्रतिदिन चबाकर खाने से बालों की तेजी से वृद्धि होती है व बाल टूटने बंद हो जाते हैं |


🌻४] इसके निरंतर उपयोग से शरीर में संचित विषाक्त पदार्थो को बाहर निकालने में मदद मिलती है | कुछ दिनों तक इसकी सब्जी खाने से अनिद्रा में लाभ होता है |


🌻५] १ कप पत्तागोभी के रस में १ चम्मच शहद व चौथाई चम्मच जीरा – चूर्ण मिलाकर प्रात: पीने से ह्रदय की दुर्बलता के कारण सीढ़ियाँ चढ़ते समय दम फूलना, धडकन तेज होना, छाती में दर्द होना, भारीपन लगना आदि में फायदा होता है | एक – दो महीने तक यह प्रयोग करें |


🌻६] पायरिया में गोभी के रस से कुल्ला करके दाँत व मसूड़ों पर तिल के तेल से मालिश करने से लाभ होता है |


🌻७] पत्तागोभी का १०० ग्राम रस २ – ३ बार पीने से पेट के अल्सर से उत्पन्न दर्द शीघ्र नष्ट होता है | अल्सर का घाव भरने में भी मदद मिलती है |


🌻८] पाचनशक्ति कमजोर होने से शरीर का भार घटता जा रहा हो तो इसके रस में गाजर का रस मिलाकर पियें | इससे यकृत ( लीवर ) व आँतों को बल मिलता है | शरीर को शुद्ध करने की प्रक्रिया बड़ी तेजी से होती है |


🔹सावधानी :


१] पत्तागोभी की सब्जी अधिक मात्रा में खाने से गुर्दे (किडनी) के रोगियों को मुत्रावरोध होता है |


२] अधिक सेवन से पेट में भारीपन लगे तो भोजन के बाद थोड़ी – सी अजवायन व सौंफ खायें |


३] सब्जी बनाते समय हींग का छौंक लगाने से सेवन के बाद वायु की तकलीफ नहीं होती |