उपवास (21 फरवरी महाशिव रात्रि )रखने के स्वास्थ्य लाभ

🌹 *उपवास (21 फरवरी महाशिव रात्रि )रखने के स्वास्थ्य लाभ*


🌹1)  मोटापे में कमी – नियमित रूप (15 दिन में एक बार ) से उपवास करने पर हमारे शारीरिक वजन को कम होने में काफी मदद मिलती है। जब हम उपवास करते हैं तो हम कई घंटों तक कुछ नहीं खाते। उस समय हमारे शरीर में वसायुक्त कोशिकाएँ प्रभावशाली रूप से पिघलने लगती हैं तथा हमारा वजन नियंत्रण में रहता है।


🌹2) मन की प्रसन्नत और शांति : मन की शांती ,प्रसन्नता तथा तेज दिमाग के लिए उपवास करना लाभदायक होता है। उपवास करने से आदमी अपने आप को हल्का महसूस करने लगता है। शरीर से टॉक्सिक केमिकल्स का निकास होता है।


🌹3) पाचन क्रिया दुरुष्त होती है – उपवास रखने से हमारी पाचनक्रिया को कुछ घंटों तक अथवा कुछ समय तक विश्राम मिलता है। इसकी वजह से आपकी चयपचय की क्रिया अधिक कुशलता से कार्य करती है। यदि आपकी पाचनशक्ति कमजोर है तो आपके शरीर में वसायुक्त पदार्थों को नष्ट करने की क्षमता कम हो जाती है। व्रत रखने से आपके पाचनशक्ति की क्रिया का सही रूप से संचालन होता है तथा आपके शारीरिक चयपचय क्रिया का विकास होता है।


🌹4) शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल घटता है – जब हम अत्यधिक मात्रा में cholesterol का उपयोग हमारे शरीर में करते हैं तो उसके साथ साथ हमारे शरीर में triglyceride के मात्रा में भी वृद्धि होने लगती है जिससे हमें हृदय संबंधित बीमारियाँ हो सकती हैं। उपवास करने से शरीर में मौजूद Bad cholesterol की मात्रा कम होने लगती है जिसकी वजह से हमारे शरीर में triglyceride का निर्माण भी नहीं हो पाता। तथा हमारा हृदय स्वस्थ रहता है।


🌹5) रोगप्रतिरोधक शक्ति का विकास : उपवास करने से हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक शक्ति का विकास होता है। शरीर के सभी अवयवों में ऊर्जा का संचार होने लगता है।


🌹उपवास में सावधानियाँ : 


🌹1) यदि आप शारीरिक रूप से कमजोर हैं तथा अपको कोई गंभीर बीमारी है तो आपको उपवास नहीं रखना चाहिए।


🌹2) गर्भवती महिलाओं को अक्सर उपवास न करने की सलाह दी जाती है क्योंकि गर्भवस्था के दौरान यदि उपवास रखा गया तो इसका असर होने वाले नवजात शिशु के शारीरीक स्वास्थ्य पर हो सकते हैं। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी उपवास नहीं रखना चाहिए।


🌹3) आपको अपने शारीरिक क्षमता से अधिक उपवास नहीं करना चाहिए।


🌹4) उपवास के दिन अधिक परिश्रम का कार्य नहीं करना चाहिए। यदि ग्लूकोज का लेवल नीचे जाने की वजह से चक्कर आएं तो एक गिलास तुरंत नींबू पानी या फिर फलों का जूस पीना चाहिए।


🌹5) उपवास खत्म होने के बाद अचानक से भारी आहार का सेवन न करें। कुछ भी हल्का खाना खाकर ही अपना उपवास खत्म करें।