करोना से मृत्यु होने व्यापारी के परिवार को 10 लाख रुपए की सहायता राशि दिलाये सरकार 9 जून 2021 दिन बुधवार को दिया जाएगा ज्ञापन - लोकेश अग्रवाल

 मेरठ 06 जून 2021। उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उत्तर प्रदेश पंजीकृत की आज वर्चुअल वैठक प्रदेश अध्यक्ष लोकेश कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई, जिसमे अधिकांश वक्ताओं ने कहा कि व्यापारी अपना काम करते हुए विभिन्न प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष करो के माध्यम से अपनी आमदनी का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा देश चलाने के लिए सरकार को देता है। वैश्विक महामारी करोना की वजह से लंबे समय से लग रहे लॉकडाउन से व्यापारी तबाह व बर्बाद हो गया है ।

व्यापारियों ने एक स्वर में प्रदेश सरकार से मांग कि कोविड-19 महामारी की वजह से उत्तर प्रदेश में भारी संख्या में व्यापारी काल के गाल में समा गये है, कमाने वाले व्यक्ति ना रहने से परिवार के सामने  घर और व्यापार चलाने का संकट खडा हो गया है। ऐसे में जीएसटी में पंजीकृत व्यापारी की करोना से मृत्यु होने पर वैश्विक महामारी होने के कारण 10 लाख रुपए की बीमा राशि दिलाये जाने का प्रोविधान 1 जनवरी 2020 से लागू किए जाये।

वर्चुअल बैठक में जीएसटी में अपंजीकृत व्यापारियों की भी चर्चा हुई। व्यापारियों ने कहा कि अपंजीकृत व्यापारी की करोना से मृत्यु होने पर मंडी समिति, वन विभाग व अन्य लाइसेंस के रजिस्ट्रेशन के आधार पर वैश्विक महामारी के अन्तर्गत 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा दिये जाना चाहिए। 

बैठक में करोना वैश्विक महामारी के कारण बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन पीरियड का बिजली का बिल (एल०एम०वी०6) वाणिज्य विधा को माफ किए जाने की मांग की गई। साथ ही सभी प्रकार के व्यापारिक लाइसेंस व उनके रिनुअल के लिए लगाई जा रही लेट फीस व पेनल्टी को समाप्त की जाये । 

बैंको द्वारा किये जा रहे प्रताड़ना के मुद्दे पर प्रदेश अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि वर्ष 2020 तथा 2021 में व्यापारियों के बैंक खाते में जोड़े गए ब्याज को वापस कराने तथा व्यापारियों के सभी प्रकार की बैंको की किस्त जमा कराने के लिए 31 दिसंबर 2021 तक का समय बढ़ाया जाये। 

बैंकों द्वारा व्यापारियों के विरोध की जा रही है वसूली कार्रवाई 31 मार्च 2022 तक स्थगित करें। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के सभी प्रकार के लोन अकाउंट 31 मार्च 2022 तक एन०पी०ए० ना किए जाये और व्यापारियों को उनके टर्नओवर के आधार पर 20 प्रतिशत अनुदान राशि प्रदान की जाए जिससे वह अपना कारोबार पुनः स्थापित कर सकें तथा देनदारी का भुगतान कर सके।

बैठक में धर्मेन्द्र गुप्ता लखनऊ, दीपु गर्ग बुलंदशहर, प्रदीप गंगा अलीगढ़, राधेश्याम हाथरस, नरेंद्र  शर्मा व महेश पूरन फ़िरोज़ाबाद, राजकुमार त्यागी व इसरार मेरठ, मनोज अग्रवाल सुल्तानपुर, धनंजय सिंह व कादिर भाई प्रयागराज, संजय व दीप चंद गुप्ता मिर्जापुर, सुधीर मित्तल गाज़ियाबाद, नीरज जैन मुजजफरनगर, नरेश गोयल, हरिओम व दीपक सहारनपुर, मनोज कुछल व रजनीश अग्रवाल बिजनोर, आलोक बंसल मथुरा, गौरव वार्ष्णेय एटा, मनोज गुप्ता आगरा, कमाल सक्सेना व जयदेव मुरादाबाद, आशीष व योगेश कौशिक बागपत आदि प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।