पद्म पुरस्कार: कौन हैं ये शख्सियत

 नई दिल्ली। भारत सरकार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस, अरुण जेटली और सुषमा स्वराज को मरणोपरांत देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण तथा पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर परिकर को मरणोपरांत पद्म भूषण से नवाजने का एलान किया है।


इनके अलावा गणतंत्र दिवस पर भारत सरकार ने लंगर बाबा, चाचा शरीफ, अंकल मूसा, अक्षर संत, सुंदरबन के सुजान और हाथी के साथी जैसे नामों से पहचाने जाने वाली उन 21 शख्सियतों को भी पद्मश्री से नवाजने का एलान किया है, जो हमारे गणतंत्र में आम आदमी का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन अपने काम से खास बन गए हैं। 

इन ‘खास काम वाली आम’ शख्सियतों में से एक जगदीश लाल आहूजा 15 सालों से रोज दो हजार लोगों को मुफ्त भोजन करवाते हैं, तो 21 हजार लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार कर चुके मोहम्मद शरीफ भी हैं। भोपाल गैस कांड के बाद 2300 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाले अब्दुल जब्बार को मरणोपरांत सम्मान से नवाजा गया है, तो कश्मीर में दिव्यांग बच्चों के लिए काम करने वाले जावेद अहमद टाक और जगंलों की एनसाइक्लोपीडिया मानी जाने वाली तुलसी गौड़ा को भी इस प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान का हकदार पाया गया है।