शाकाहारी तरीके से घर पर विटामिन B-12 बनाने की विधि

 


*विटामिन बी12*


*परिचय-पैरा-एमिनों बेंजोइक एसिड विटामिन बी-कॉम्पलेक्स के परिवार का एक सदस्य है। इसके प्रयोग से शरीर में रिक्ट्रेशिया की वृद्धि से रोग लग जाता है। इससे संक्रामक रोगों में बहुत लाभ होता है। टाइफस फीवर पैरा-एमिनो बेंजोइक एसिड से पूरी तरह नष्ट हो जाता है। स्मरण रहे टाइफस फीवर जुओं और लीखों के संक्रमण से होता है। राकी माऊन्टेन स्पाटेड फीवर की जड़ें उखाड़ने में भी पैरा-एमिनों बेंजोइक एसिड से सहायता प्राप्त होती है। पैरा-एमिनों बेंजोइक एसिड पशुओं के जिगर में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। बीजों की मींगी, बीजों की गिरियां, हरे पत्ते वाली पालक की साग-सब्जी से भी यह प्राप्त होता है। सोयाबीन के बीजों की मींगी में यह काफी अधिक पर्याप्त मात्रा में होता है। पशुओं के वृक्कों में भी पैरा-एमिनों बेंजोइक एसिड पाया जाता है। सामान्यत: 15 से 50 मिलीग्राम की मात्रा अथवा आवश्यकतानुसार चिकित्सा हेतु प्रयोग की जा सकती है। मूल रूप से पैरा-एमिनो बेंजोइक एसिड अनेक प्रकार के विषाणुओं के संक्रमण को रोकता है तथा समूल नष्ट करता है।*


*विटामिन बी12 की कमी से उत्पन्न होने वाले रोग*


*शारीरिक कमजोरी ,मानसिक कमजोरी,जीभ में सूजन और लाली,भूख कम लगना*


*विटामिन बी12 के स्रोत वाले खाद्य पदार्थो की तालिका-*


*(पशुओं के जिगर का सत्व,मछली,मांस,अण्डा) विनती है माँसाहरी है इन्हें न ही खाएं तो उत्तम , दूध व दुग्ध उत्पाद*


*फर्मंटेड चावल (खमीर युक्त चावल)- खमीर युक्त चावल विटामिन बी 12 की पूर्ति की रामबाण औषधि है। यह दक्षिण और पूर्वी भारत में तथा चीन में खाया जाता है। यह चावल तेयार करने के लिए ब्राउन (पक्का) चावल को खुले बर्तन में पकाएं, चावल पकने और ठंडा करने के बाद आवश्यकता अनुसार चावल को एक गोल बर्तन में डालकर उपर से सादा पानी भर दें। इस प्रक्रिया से बारह घंटे के दौरान चावल में विटामिन बी 12, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन के भरपूर प्रचुर मात्रा में बन जाएगा। इस प्रक्रिया को रात में करे, और बारह घंटे के बाद चावल का पानी निकाल के चावल दाल या तरकारी के साथ खा लें सुबह 8:30 बजे से पहले और रात में चावल 8 बजे बनाए और अगली सुबह 8:30 तक खा लें। इस प्रक्रिया को 30 दिन तक लगतार करने से आपके शरीर को नया जीवन मिलेगा 


शाकाहारी तरीके से घर पर विटामिन B-12 बनाने की विधि🍃*


*एक कटोरी पके हुए चावल लै (Take a bowl of cooked or boiled rice).*


*चावलों को ठंडा होने दें।*


*ठंडा होने पर इन चावलों को एक कटोरी दही में अच्छी तरह mix कर दें।*


*इन mix किये चावलों को रात भर या कम से कम 3-4 घण्टों के लिए  किसी ठंडी जगह पर रख दें।*


*बस प्रचुर मात्रा में विटामिन B-12 युक्त 'Fermented Curd-Rice ' खाने के लिए तैयार हैं।* 


*Fermentation की वजह से Vitamin B-12 के अलावा इसमें अन्य B-Complex विटामिन भी पैदा हो जाते हैं।*


*दही में Lactobacillus नामक Bacteria मौजूद होता है। यह हमारा मित्र bacteria है। यह bacteria जब चावलों के ऊपर action करता है तो B-Complex vitamins पैदा होते हैं और इस विधी को Fermentation कहते हैं।*


*इन fermented Curd-Rice को और अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए इनमें इमली की चटनी या गुड़ मिला कर भी खा सकते हैं। चटनी मिलाने पर यह इतने अधिक स्वादिष्ट हो जाते हैं कि बच्चे भी इन्हें दही -भल्लों की चाट की तरह बड़े चाव से खाते खा जाते हैं।*


*इस विधी से बने  Fermented food को pre- digested food भी कहते हैं क्योंकि friendly bacteria के action से यह आधे हजम तो पहले ही हो जाते हैं।*


*यह इतने अधिक सुपाच्य होते हैं कि जिसको कुछ भी हजम न होता हो उसे भी हजम हो जाते हैं।*


*पेट की लगभग हर बिमारी का रामबाण इलाज हैं fermented Curd-Rice.*


*जिन्हें कुछ भी हजम न होता हो या जिनमें विटामिन B-12 की बहुत अधिक कमी हो वह प्रतिदिन तीनों समय भी इन्हें खा सकते हैं। एक महीने में ही अच्छे परिणाम सामने आएंगे।*


*दही में चावल की बजाये रोटी से भी Fermentation कर सकते हैं। बस चावल की बजाये दही में रोटी के बारीक टुकड़े कर  डालकर कम से कम 3-4 घंटों के लिए रखना है , बाकी विधी वही है।.