विहिप ने माघ मेले में दर्शनार्थ रखा राम मंदिर का प्रस्तावित मॉडल, अंतिम बार दर्शन कर सकेंगे आम लोग

प्रयागराज. सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने के बाद विश्व हिंदू परिषद ने रविवार को भव्य राम मंदिर के प्रस्तावित स्वरूप को अंतिम बार माघ मेले में दर्शनार्थ स्थापित किया है। इसे सीतापुर के कलाकारों ने निशुल्क तैयार किया है। अब मंदिर के स्वरूप को आम लोग भी देख सकेंगे। साल 1989 में पहली बार माघ मेले में ही राम मंदिर का स्वरूप स्थापित किया गया था। तब राम मंदिर आंदोलन के नायक विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल इस कार्यक्रम की अगुआई कर रहे थे।


परेड ग्राउंड में स्थित शिविर में विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने अनावरण किया। 22 मार्च से 2 अप्रैल तक राम महोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान भगवान राम की शोभायात्रा बड़े स्तर पर निकाली जाएगी। आंदोलन के दौरान जिन गांवों में शिलापूजन हुआ, वहां मंदिर निर्माण से पहले भव्य कार्यक्रम होगा। 


शिविर में विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत के पदाधिकारियों की बैठक चल रही है। उद्घाटन सत्र में क्षेत्रीय संगठन मंत्री अंबरीश सिंह ने कहा- संगठन सामाजिक समरसता के लिए हिंदू समाज की एकता एवं वर्तमान समय में हिंदू समाज संस्कृत के समक्ष खड़ी चुनौतियों एवं ज्वलंत विषयों को चिंतन के लिए कार्यक्रम हो रहा है। आज की बैठक में केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हैं।